थियोसोफिकल सोसाइटी (Theosophical Society)
- स्थापना - 1875 AD
- स्थापक - मैडम H. P व्लैवेट्स्की और हेनरी स्टील के द्वारा
- स्थान - अमेरिका में
- इन दोनों ने हिन्दू धर्म को समझने के लिए इसकी स्थापना की थी।
- इन्होने खा था की हिन्दू धर्म विश्व का सर्वाधिक गूढ़ एवं आध्यात्मिक धर्म है।
- 1882 AD में मद्रास के अड्यार में इस सोसाइटी का अंतर्राष्ट्रीय कार्यालय स्थापित हुआ।
- भारत में इस आंदोलन को सफल बनाने का श्रेय एक आयरिश महिला Anie Besent को जाता है।
- Annie Besant 1893 AD में भारत आयी और प्रचार प्रसार में लग गयी।
- Annie Besant ने 1898 AD में बनारस में Central Hindu College की स्थापना की थी।
- 1916 AD में पंडित मदन मोहन मालवीय के प्रयासों से Central Hindu College को बनारस हंदु विश्वविद्यालय में बदल दिया गया।
इस आंदोलन की शुरुआत अलीगढ से हुई थी।
सर सैयद अहमद के द्वारा
मुसलमानों में आधुनिक शिक्षा के प्रचार के लिए
इसके लिए 1865 AD में मोहम्डम एंग्लो ओरिएण्टल कॉलेज और
1890 AD में मोहम्डम एंग्लो ओरिएण्टल कॉलेज का नाम बदल कर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी कर दिया गया।
सर सैयद अहमद ने कुरान की उदार व्याख्या की थी।
इन्होने मुस्लिम समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने का प्रयास किया।
वहाबी आंदोलन (Wahhabi movement)
- 1830 से 1860 AD तक
- रायबरेली के सैय्यद अहमद के द्वारा
- मुस्लिमों में सुधर के लिए
- इन्होने कहा की - "अपने संकुचित विचारधारा से बहार निकलिए और देश के विकास में अपना सहयोग दीजिए "
अहमदिया आंदोलन (Ahmadiyya Movement)
- स्थापना - 1889 AD में
- स्थान - फरीदकोट , गुरदासपुर , पंजाब
- मिर्ज़ा गुलाम अहमद के द्वारा
- इस्लाम के सच्चे स्वरुप को बताने के लिए
इन्होने कहा की - किसी भी व्यक्ति के अंदर अगर तीन अवगुण नहीं हैं तो अपराध कभी नहीं हो सकता है।
- अगर वो शराब छोड़ दे
- अगर वो मुफ्त का पैसा लेना छोड़ दे
- अगर वो धर्म में विश्बास रखता हो
मिर्ज़ा गुलाम अहमद ने खुद को कृष्ण और ईसा मसीह का अवतार होने का दावा किया था।
