
शाहजहां (1627 AD - 1658 AD)
- जन्म - 1592 AD , लाहौर
- माता - जगत गोसाईं , जोधपुर के राजा उदय सिंह की पुत्री
- बचपन का नाम - खुर्रम
- उपाधी - किरन - ए -सानी
- विवाह - 1612 AD में अर्जुमन्द बानो बेगम (मुमताज महल )
नूरजहाँ
- पिता - मिर्ज़ा ग्यास बेग (एत्मादौला की उपाधि ), पर्शिया
- माता- अस्मत बेगम (इत्र की अविष्कारक )
- पति - अली कुली बेग (शेर अफगान)
- भाई - आसफ खान
- पुत्री - लाडली बेगम
- जहांगीर ने इसे नूरजहां जुंता (संसार की रोशनी ) की उपाधी दी थी।
- नूरजहां का असली नाम मेहरू निशा था ।
अकबर के समय इसका सारा परिवार ईरान से आता है।
ये अकबर की सेना में नौकरी करते हैं और धीरे धीरे अकबर का विश्वास जीतते हैं।
जहांगीर एक बार शिकार पे जाता है जहां पर अली कुली बेग इसे एक शेर के हमला बचाता है।
इसके बाद जहांगीर इसका नाम शेर खान रख देता है।
नूर जहां के पति अली कुली बेग ( शेर खान ) की किसी युद्ध में मौत हो जाती है।
इसके बाद नूरजहां को जहांगीर की दादी (बैराम खान की पत्नी) की सेवा में लगा दिया जाता है।
नवरोज त्योहार के दिन जहांगीर नूरजहां को देखता है और फिर उससे रोज़ मिलने लगता है।
- 1611 AD में जहांगीर , नूरजहां से विवाह करता है
- 1613 AD में मेहरू निशा को बादशाह बेगम की उपाधि दी जाती है।
- इसे नूर महल के नाम से भी जाना जाता है।
इसके बाद नूरजहां, जगत गोसाईं की जगह दरबार में बैठने लगी और सारा प्रशासन अपने हाथों में के लिया।
- नूरजहां ने अपना एक गुट बनाया और जहांगीर को अलावा मिर्ज़ा ज्ञास बेग, अस्मत बेगम, आसफ खान, खुर्रम को इसका सदस्य बनती है।
- नूरजहां अपनी बेटी लाडली बेगम का विवाह खुर्रम से करवाना चाहती थी,पर खुर्रम साफ मना कर देता है।
- जहांगीर , लाडली बेगम की शादी अपने बेटे शहरयार से करने को सलाह देता है ज कि एक नंबर का शराबी था।
- खुर्रम, नूर जहां का सौतेला पुत्र था और काफी ताकतवर था।
- विवाह से इंकार कर देने पर और शहरयार से विवाह की सलाह मिलने पर सोचती है.....
- खुर्रम मेरे बस में आने वाला तो है नहीं, क्यों न लाडली बेगम की शादी शहरयार से ही करवा दू और जहांगीर के मरने बाद , शहरयार राजा बनेगा और सारी सत्ता मेरे हाथ में होगी।
पर......
- 1611 AD में खुर्रम (शाहजहां) आसफ खान से मिलने जाता है
- आसफ खान, खुर्रम (शाहजहां ) के मामा थे।
- आसफ खान की बेटी "आर्जुमंद बानो बेगम " थी।
खुर्रम "आर्जुमंद बानो बेगम " को देखता है और देखते ही कहता है........
" नज़रों को जब भी हमने झुकाया है,
                    बस एक ही ख्याल आया है।
उस खुदा ने जिसने तुम्हे बनाया है,
            इस धरती पर भेजकर कैसे जी पाया है।।"
- इसके बाद उनकी प्रेम कहानी एक साल चलती है और 1612 में दोनों का विवाह हो जाता है।
- विवाह के बाद शाहजहां अपनी पत्नी को मल्लिका ए जमानी की उपाधि देता है
उधर नूर जहां की बेटी" लाडली बेगम" की शादी शहरयार से हो जाती है और 
नूर जहां , शहरयार को राजा बनाने का षडयंत्र शुरू कर देती है।
शाहजहां का बेटा
- दाराशिकोह - पंजाब का गवर्नर
- औरंगजेब - दक्षिण भारत का गवर्नर
- मुराद बख्श - गुजरात
- शाहशुजा - बंगाल
तीन लड़कियां भी थी
- जहां आरा
- रोशन आरा
- गोहन आरा
औरंगज़ेब अपनी दादी नूरजहां के पास ही रहता था।
जहांगीर की हालत शराब पीने के कारण खराब थी और सारी सत्ता नूरजहां देख रही थी।
नूर जहां, शाहजहां के दोनों बच्चो को आगरा के किले में कैद कर लेती है 
पर शाह जहां के सामने कोई नहीं टिक पाया।
शाहजहां सभी की हत्याबकरवा देता है और नूर जहां को लाडली बेगम के साथ लाहौर भेज देता है।
- 1627 AD में जहांगीर की मौत हो जाती है।
- भिमवार के निकट लाहौर में दफनाया जाता है ,
- रावी नदी के किनारे।
1645 AD में नूर जहां की भी मौत हो जाती है।
1627 AD में शाहजहां राजा बनता है और शासन शुरू करता है।
सबसे अधिक मंसब शाहजहां के शासन काल में मिला था
- आसफ खान 7000/7000 मंसब
- महावत खान 7000/7000 मंसब
- आसफ खान , शाहजहां के रास्ते में आने वाले सभी प्रतिद्वंदियों की हत्या कर देता है।
मुमताज महल की मौत 1631 AD में हुई
1612 में विवाह
कुल 19 वर्षों में इसके 14 संताने थी, जिसमें सिर्फ 7 जिंदा बचे थे।
14 वे बच्चे को जन्म देते वक़्त किसकी मौत हो जाती है।
बुंदेल खंड की लड़ाई
- 1628 - 35 AD
- शाहजहां अपनी पत्नी की याद में खोया रहता था।
- बुंदेल खंड के जुझार सिंह अपने आप को स्वतंत्र घोषित करता है,
- और 1629 में आत्मसमर्पण कर देता है।
- पुनः बगावत करने पर औरंगज़ेब , जुझार सिंह को हराता है और जुझार सिंह कभी दुबारा राजा नहीं बन पाता है।
1636 से 1644 AD तक औरंगज़ेब को दक्षिण भारत का सूबेदार बनाया जाता है
औरंगज़ेब दक्षिण भारत की राजधानी औरंगाबाद बनाता है
औरंगाबाद में वह एक ताजमहल भी बनवाता है जो आगरा वाले की नकल है।
अपने शासन के दौरान औरंगज़ेब मध्य एशिया और कंधार विजय नहीं पाता है
शाहजहां के काम
तख़्त ए ताउस - 
- कोहिनूर हीरा जड़ित सिंहासन
- गोलकुंडा के मीर जुमला से प्राप्त
- बेग बादल द्वारा निर्मित
- इसे मयूर सिंहासन भी कहा जाता है
- दिल्ली में लाल किला बनाया
- अपनी राजधानी को आगरा से दिल्ली स्थानांतरित कर दिया (1639 AD)
- आगरा के किले में मोती मस्जिद का निर्माण किया
- आगरा में ताजमहल बनाया
- दिल्ली में जामा मस्जिद का निर्माण किया
- लाहौर में जहाँगीर का मकबरा बनाया गया
- कश्मीर में शालीमार उद्यान बनाया
शाहजहाँ को “वास्तुकला के राजा” के रूप में जाना जाता है
दरबारी
- इतिहासकार = हमीद लाहौरी
- कबि - क़ुद्सी
फैज़ नामक नयी नहर बनवायी थी।
विदेशी यात्री
- पीटर मुंडी (इटली )
- निकोल मनूची (इटली ) - स्टीरिओ डी मोगोर
- ट्रेवेर्निएर (फ्रांस )- हिरा व्यापारी
- बर्नियर (फ़्रांस ) - डॉक्टर
शाहजहां की मृत्यु 1666 AD में हुई
 
 
