MUGHAL SULTNATE-Jahangir- (1605 -1627 AD)


अकबर 1599 AD में अपना अंतिम युद्ध लड़ता है और खानदेश से संधि करता है। 

अकबर को डायरिया हो जाता है और उसकी मौत के बाद सलीम राजा बनता है।

जहांगीर - 1605 -1627 AD 

जहांगीर के जन्म के लिए अकबर, सलीम शेख चिस्ती के दरबार में नंगे पैर मन्नत मांगने जाते हैं

  • जन्म -31 अगस्त 1569 AD 
  • माता - मरियम उजवानी 
  • बचपन का नाम - सलीम

जहांगीर के बचपन का नाम अकबर ने शेख सलीम चिश्ती के नाम पर सलीम रखा था।
अकबर प्यार से सलीम को शेखू बाबा पुकारता था।

  • राज्याभिषेक - 3 नवंबर 1605 AD
  • विवाह - मेहरुनिशा (नूरजहाँ)के साथ 

जहांगीर की पहली पत्नी मान बाई थी,मान बाई भगवान दास की बेटी थी, मान सिंह इसके मामा थे।

  • सलीम अफीम, शराब और गंदी आदतों का आदी था इसलिए अकबर उसे इलाहाबाद का किला बनाकर वहां का शासन सौंपता है, पर यहां भी वह विलासिता का जीवन जीने लगता है और सलीम से तंग आकर मान बाई 1604 AD में आत्महत्या कर लेती है।
  • मान बाई से शादी के बाद जहांगीर की शादी "जगत गोसाईं " के साथ होती है और खुर्रम उनका बेटा होता है।
  • जगत गोसाईं का दूसरा नाम जोधा बाई भी था, यहां पर जोधा सिर्फ एक टाइटल है।
  • जहांगीर का बेटा खुर्रम आगे चलकर शाहजहां बनता है
इसका एक बेटा खुसरो भी था
शहजादे खुसरो का विद्रोह 
  • मान सिंह और मिर्ज़ा अजीज कोका (खुसरो के ससुर) जहांगीर के विलासी जीवन से परेशान होकर खुसरो को गद्दी लेने के लिए कहते है और साथ देने के वादा करते हैं।
  • 1606 AD में भैरोवाल , जालंधर के निकट इनका सामना होता है और खुसरो हार जाता है
  • खुसरो, जहांगीर के खिलाफ विद्रोह 1606 AD में करता है
  •  जहांगीर से बचने के लिए खुसरो सिक्ख गुरु गुरु अर्जुन देव के पास जाता है,
  • जहांगीर दोनों को बंदी बना लेता है ,
  • गुरु अर्जुन देव की हत्या कर देता है  
  • गुरु अर्जुन देव सिक्खों के पांचवे गुरु थे
  • जहांगीर से बस यही एक गलती होती है और उसे काफी दुख भी होता है।
  • खुसरो की दोनो आंखे फोड़ देता है। बाद में इलाज करवाता है और खुसरो की एक आंख ठीक हो जाती है।खुसरो की इलाज के बाद एक आंख ठीक हो जाती है, पर खुर्रम उसे अपनी मदद के लिए एक युद्ध में ले  जाता है और उसकी हत्या करवा देता है।


बिलियाम फिंच के अनुसार अनारकली , अकबर की पत्नी थी और उनका एक बेटा दानियाल भी था।

सलीम, अनारकली की तरफ काफी आकर्षित था। 

अनारकली के लिए जहांगीर ,अकबर के खिलाफ चला जाता है,

अनारकली का नाम शरीफु निसा या नादिरा बेगम था जो जिल्लो  बाई की बेटी थी, लाहौर की बेहतरीन नर्तकी थी।

जहांगीर के कुल पांच बेटे थे, 

  • खुसरो
  • परवेज़
  • खुर्रम
  • शहरयार
  • जहांदार

अब खुर्रम के सामने कोई ताकतवर प्रतिद्वंदी नहीं था। 

जहांगीर के राजनीतिक  अभियान 

दस्तूर उल अमल - राजा बनने के बाद घोषित  नियम 

गुरुबार और रविवार के दिन मांस खाने पर रोक लगा दी थी। 


मेवाड़ अभियान 

  • 1605 -1615 AD 
  • जहांगीर के समय मेवाड़ पर अमर सिंह का शासन था ।
  • अमर सिंह, महाराणा प्रताप के बेटे थे और इन्होंने भी जहांगीर की दासता अस्वीकार कर दी थी।
  •  मेवाड़ पर कब्जे के लिए जहांगीर सबसे पहले परवेज़ को भेजता है।

  • 1605 में परवेज़, हार
  • 1608 में महावत खान, हार
  • 1609 में अब्दुल्ला खान, हार
  • नूर जहां के कहने पर जहांगीर , खुर्रम को मेवाड़ युद्ध के लिए भेजता है
  • खुर्रम 1613 में मेवाड़ पर आक्रमण करता है और 1615 में राणा अमर सिंह को संधि करने के लिए मजबूर कर देता है।
  • राणा अमर सिंह इस शर्त पर संधि करते है कि
  • हमारा कोई भी आदमी आपके दरबार में नहीं जाएगा
  • आपका कोई भी आदमी हमारे यहां विवाह नहीं करेगा
  • राणा अमर सिंह के बेटे राणा कर्ण सिंह थे ।
  • राणा कर्ण सिंह को जहांगीर अपने दरबार में 5000/5000 मंसब के साथ अपने दाहिनी तरफ जगह देता है।

काँगड़ा विजय 

  • 1620 AD 
  • इस विजय के बाद जहाँगीर गाय को कटवाकर जश्न मनाता है। 


 दक्षिण अभियान (अहमदनगर)

  • 1608 में अब्दुर रहीम खाने खाना , हार
  • 1610 में असरफ खान और परवेज़, हार
  • 1616 में नूर जहां के कहने पर खुर्रम, अहमदनगर के बजीर मालिक अम्बर के साथ जीत एवम् संधि
  • युद्ध के पहले खुर्रम को " शाह सुल्तान " की उपाधि दी गई थी
  • अहमदनगर युद्ध के बाद खुर्रम को शाहजहां की उपाधि दी जाती है


मालिक अम्बर लो दक्षिण का टोडरमलकहा जाता है कहा जाता है। 

1622 AD - शाह अब्बास ने कंधार को भारत से अलग कर दिया। 


जहांगीर के काम 

  • 1612 AD में रक्षाबंधन मनाया 
  • मोती मस्जिद बनवाया (लाहौर )
  • स्वयं का मकबरा बनवाया - शाहदरा (लाहौर में )
  • जहांगीर दूसरा ऐसा राजा था जिसने शराब पर प्रतिबंध लगाया था।
  • शराब पर प्रतिबंध लगाने वाला पहले राजा अल्लुद्दिन खिलजी था 
  • इसने तमगा कर और मीर बहिर कर को भी खत्म किया था।
  • मुफ्त अस्पताल
  • नाक कान काटने की प्रथा बंद
  • एत्माद्दौला का मकबरा - आगरा में (पित्रदुरा तकनीक का प्रथम प्रयोग )
  • न्याय की जंजीर बनवायी - गद्दी पर बैठते ही इसने 30 गज सोने की जंजीर बनाई और उसे एक घंटे में लगवाकर यमुना नहीं के किनारे लगवा देता है। और यह ऐलान भी करता है कि कोई भी इस जंजीर को खींचकर अपनी फरियाद पा सकता है।
  • तुजुक ए  जहांगीरी - स्वयं द्वारा लिखी गयी आत्म कथा 

इसका शासन काल चित्रकला का स्वर्ण काल कहा 

  •  विसनदास को चित्रकला का मास्टर कहा  कहा जाता है। 
  • उस्ताद मंसूर - जानवरों की चित्रकारी में माहिर 
  • अबुल हसन और मधु अन्य चित्रकार थे। 

इन सभी के दौरान जहांगीर , नूरजहां के काफी करीब था और जहांगीर को नूरजहा से प्यार हो जाता है।

नवंबर 1627 AD में इसकी मौत हो जाती है , भीमबार में ।



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