
👉 बाबर (1526 -1530 AD )
- बाबर तैमूर बंशी था।
- पूरा नाम - जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर
- बाबर एक तुर्किश शब्द है जिसका मतलब बाघ होता है।
- जन्म- 14 फरबरी 1483AD , फरगना (उज़बेकिस्तान )
- पिता -उमर शेख मिर्ज़ा , तैमूर बंशज
- माता - कुतलुग निगार खानम, मंगोल चंगेज़ खान का बंशज
- बेटे - अस्करी, हिण्डाल , कामरान, हिमायू
- बंश - चगताई बंश
चगताई शब्द चंगेज़ के पुत्र के नाम से लिया गया है।
मुग़ल आधुनिक इतिहासकारों द्वारा काम में किया गया शब्द है।
राज्याभिषेक - 1494 AD में यह 11 वर्ष में राजा बनता है और अपने अपने परिवार की सुरक्षा के लिए संघर्ष कर रहा होता है।
छोटे छोटे कुछ विजयी अभियान करता है , समरकंद, काबुल जीतते हुए खैबर दर्रा को पार करता है और भारत में आमंत्रित किया जाता है।
उपाधि - कलंदर और पादशाह (1507 AD )
बाबर के द्वारा किये गए काम
- इसने गज़ -ए -बाबरी पैमाना सड़क को मापने के लिए बनाया था।
- ग़ज़ीफा (तास ) खेल इसका सबसे प्रिय खेल था।
- यह इश्क़बाज़ी खेलता था जो कबूतरों का खेल था।
- रिसाल -ए -उसज = बाबर द्वारा रचित अलंकार शास्त्र की पुस्तक है।
- मुबइयान (छंद शैली ) का रचयिता बाबर था।
- तुजुक -ए -बाबरी (बाबरनामा ) बाबर द्वारा रचित स्वयं की आत्म कथा है, तुर्की भाषा में।
तुजुक -ए -बाबरी का फ़ारसी में अनुबाद पाईंदा खान और अब्दुर रहीम खान ए खाना ने किया था।
अभियान
- 1501 - समरकंद विजय
- 1504 -काबुल विजय
- 1518 -19 = युसुफजाई जाती के खिलाफ (तुजुक -ऐ बाबरी से पता चलता है ), बाजौर विजयी ,बाबर लिखता है की बाजौर विजय के वक़्त सबसे पहले मैंने बारूद का प्रयोग किया था , भारतीय लड़ना नहीं केवल मरना जानते हैं।
- 1519 - खैबर दर्रे में प्रबेश(पेशाबर ) , लौट जाता है ।
पानीपत का प्रथम युद्ध
- अप्रैल 1526 AD
- इब्राहिम लोदी और बाबर के बीच में
- बाबर विजयी
- इब्राहिम लोदी की मौत , युद्ध भूमि में मारा गया दिल्ली सल्तनत का पहला सुलतान
- इसके बाद बाबर मुग़ल सल्तनत की स्थापना करता है।
खानबा युद्ध
- 17 MARCH 1527 AD
- बाबर और राणा सांगा के बीच
- इसके बार बाबर गाज़ी(धर्मनाशक) की उपाधि धारण करता है और जिहाद का नारा देता है।
- तमगा कर समाप्त और शराब पर बंदी लगा दी।
- इसके बाद पूरे उत्तर भारत पर मुग़ल सल्तनत का अधिकार हो जाता है।
चंदेरी युद्ध
- जनबरी 1528 AD
- चंदेरी के राजा मेदिनीराय को हराया
- मई 1529
- महमूद लोदी को हराया (बंगाल बिहार की संयुक्त अफगान सेना का सेनापति )
बाबर की मौत
- इसके बेटा हुमायूं, जो काफी बीमार रहता था।
- इसने दुआ मांगी थी कि इसके बेटे की बीमारी इसे हो जाए और ऐसा ही होता है ।
- हुमायूं ठीक होता जाता है और बाबर बीमार होता जाता है।
- अंत में बाबर की मृत्यु छत से गिरकर हो जाती है।
- 26 दिसंबर 1530 आगरा में बाबर की मौत हो जाती है
- आगरा के आरामबाग में दफनाया जाता है और फिर काबुल में।
हुमायूं इसका योग्य पुत्र था।
 
 
