👉 खिज्र खान (1414-1421 AD)
- खिज्र खान , दौलत खान को मारकर सैयद बंश की स्थापना करता है।
- 1405 AD में तैमूर लंग की मौत हो जाती है और और इसका बेटा शाहरुख़, खिज्र खान को भारत का सारा साम्राज्य सौप देता है।
- खिज्र खान ने अपने आप को शाहरुख का प्रतिनिधि घोषित किया था।
- तारीख-ए-मुबारकशाही किताब , बिन अहमद सरहिन्दी के द्वारा लिखी गयी है जिसमें सैयद का अर्थ पैगम्बर का बंशज बताया गया है ।
- खिज्र खान , मुल्तान के गवर्नर मलिक सुलेमान का पुत्र होता है।
- खिज्र खान को तैमूर के द्वारा रैयत-ए-आला उपाधी दी जाती है।
- खिज्र खान, तैमूर तथा उसके बेटे शाहरुख़ मिर्ज़ा के नाम पर सिक्के जारी किये।
- 1421 में इसकी मौत हो जाती है।
- इसके बाद मुबारक शाह राजा बनता है ।
👉 मुबारक शाह (1421 -1435 AD)
- यह अपने नाम का खुत्बा पढ़वाया था ।
- अपने नाम के सिक्के चलवाये थे ।
- मुबारकबाद नगर यमुना के किनारे बसवाया था।
- इसकी हत्या एक बजीर सरवर उल मुल्क ने की थी।
- इसके बाद मुबारक शाह के भाई फरीद खान का बेटा मुहम्मद शाह शासक बनता है।
👉 मुहम्मद शाह( 1434 -1445 )
- इसी के समय मालवा के सुलतान महमूद खिलजी का दिल्ली पर आक्रमण होता है।
- इस आक्रमण से दिल्ली को पंजाब के गवर्नर बहलोल लोदी (अफगानी सरदार ) द्वारा बचाया जाता है।
- बहलोल लोदी अफगानिस्तान का रहने वाला था। यह अफगानिस्तान के साहूखेल के गिल्जई कबिले में पैदा हुआ था। यह अपने बल पर भारत आया था।
- इसके बाद मुहम्मद शाह, बहलोल लोदी को पुत्र कहते है और बहलोल लोदी को खान-ए-खाना की उपाधी दी।
👉 अल्लाउद्दीन आलम शाह (1445 -1451 AD)
- इसके बाद अल्लाउद्दीन आलम शाह शासन करता है।
- 1447 में अल्लाउद्दीन आलम शाह बदायूं चला जाता है और वही रह जाता है और दिल्ली में बहलोल लोदी को आमंत्रित किया जाता है।
- अल्लाउद्दीन आलम शाह की मृत्यु 1476 ईश्वी में हो जाती है।
दिल्ली में लोदी बंश की स्थापना होती है।
